Gulzar Shayari in Hindi: गुलज़ार कोई आम आदमी नहीं हैं, वह एक खुदा बन गए हैं। उनकी कविताओं की दुनिया में जब कदम रखते हैं, तो वहाँ सृजनात्मकता का महकता हुआ अंबर होता है। Gulzar Shaab के काव्य की छाप ऐसी है कि वह सबको मोह लेती है, सबको भाती है। उनके शब्द न सिर्फ अकेले छोड़ जाते हैं, बल्कि वे व्यक्ति की आत्मा में समाहित हो जाते हैं।
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Who is Gulzar?
गुलज़ार, जिनका असली नाम सम्पूर्ण सिंह कलरा है, Indian साहित्य जगत के विद्वानों में एक मशहूर नाम हैं। उन्होंने अपने Poet, Shayari, गीतों, Film और टेलीविजन के कार्यों से हर दिल को छू लिया है। उनकी कविताओं में भावों का सामंजस्य, शब्दों की चमक, और सौंदर्य का नवीनीकरण होता है।
Gulzar Shaab ने अपने Shayari के माध्यम से विभिन्न रसों को छूने का कमाल किया है। उनके शब्दों में प्यार, दर्द, उम्मीद, विचार, और अंधकार की छाप होती है। Gulzar के Poetry की अद्वितीयता उनके ताजगी और अद्वितीय ताज तक पहुंचाती है। उनकी कविताएँ न सिर्फ आंखों को, बल्कि दिल को छूती हैं और आत्मा को जगा देती हैं।
उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन की हर छोटी-बड़ी रंजिश को बयां किया है। वे संवेदनशीलता के भाव को गहराई से महसूस करते हैं और उसे शब्दों के ज़रिए व्यक्त करते हैं। उनकी कविताओं में छिपी हर आवाज़ एक संगीत की तरह गुनगुनाती है।
गुलज़ार ने अपनी वाणी से कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें सहित्य अकादमी पुरस्कार, गद्य गौरव सम्मान, और फ़िल्मफेयर अवार्ड शामिल हैं। उनकी प्रशंसा विशेष रूप से बॉलीवुड संगीत इंडस्ट्री के गीतों के लिए हुई है। उन्होंने ऐसे संगीतकारों के साथ काम किया हैं जैसे ए. र. रहमान, शंकर-एहसान-लॉय, एस. डी. बर्मन, राहत फ़तेह अली ख़ान, और ग़ुलाम अली ख़ान।
गुलज़ार की कविताएँ एक विरासत के रूप में हमारे पास हैं। उनके शब्द जीवन के हर पहलू को रोशन करते हैं, हर समस्या का समाधान देते हैं, और हर दिल को छू लेते हैं। गुलज़ार की कविताओं का जादू हमेशा बना रहेगा, उनकी रचनाएँ हमेशा हमारे साथ रहेंगी। इसलिए, वे गुलज़ार हैं, और यही कारण है कि उन्होंने इतनी प्रसिद्धि प्राप्त की है।
Gulzar Shayari
दिल में जब ज़रूरतों की उम्मीद नहीं रहती,
उस समय ज़रूरतें तोड़ने का आदी हूँ मैं।
राहों में ग़र हमेशा चांद निकलता रहता,
तो रातों को कौन याद रखता रहता?
ज़िंदगी के इशारों को समझना हमें नहीं आता,
इश्क़ के सर्द मौसम में दिल ठंडा रखना हमें नहीं आता।
रिश्तों की दुश्मनी नहीं होती,
उनके ज़रोरतें हमारी कमी बताती हैं।
कभी-कभी तो ख्वाब आदत बन जाते हैं,
जिंदगी भर के रिश्तों को तोड़ने की।
जब तेरे हाथों की छुवां गुज़रती है मेरे चेहरे से,
तो दिल की सारी चुप्पियाँ तेरी आवाज़ बन जाती हैं।
हमेशा बदलते रहने की आदत डाल लो मुझे,
क्योंकि तुम्हारी आदतें बचपन की याद दिलाती हैं।
दिल में एक ज़मीन की तरह रहने वालों को क्या पता,
हमें ख्वाबों की ऊचाईयों का नशा कैसा होता है।
खोया हुआ हूँ खुद को ढूँढते-ढूँढते,
मैंने खुद को ही खो दिया है ज़िंदगी की मधुशाला में।
उसकी यादें मेरे दिल को घूरती रहती हैं,
जैसे अनगिनत छोटे-छोटे चिढ़ियों की झुलसाने की धुन।
2 Line Gulzar Shayari in Hindi
राहों में फूल नहीं बिखरते हमारे,
दिल में खुद एक बाग़ बसाते हैं हम।
ज़िन्दगी की राहों में चलते चलते,
गुमराह हो गए हम, अनजाने हो गए हम।
जब तुम्हें देखता हूँ नज़रों से,
इन्सान से दिव्यता छलकती है सरसराते।
आँखों के ज़रिये तुम चाहते हो मुझे,
इंतज़ार की रातें भरी हैं बीताते हैं हम।
इश्क़ की राह में हम जो चल पड़े,
ख़ुदा ने ख़ुशियों की बारिश ता’मीर कर दी।
Heart Touching Gulzar Shayari
जो तेरी आँखों में खो गया हूँ,
वही मैं खुद को खो गया हूँ।
आँसू नहीं थे मेरे, ख़्वाब थे,
जिन्हें मैंने खुद में समो गया हूँ।
रास्तों से चलते चलते यूँ ही थक गये हम,
धूप में जलते जलते यूँ ही बुझ गये हम।
जब आँखें खोली, तो देखा वही रास्ता,
जिस पर तू छोड़ गया था, वही रुक गये हम।
अब तक तेरे इंतज़ार में बैठे हैं हम,
ख़्वाबों के देहर में उड़ते हैं हम।
पर क्या करें तेरे बिना रहना संभव नहीं,
इसलिए तेरी यादों में जीते हैं हम।
ज़माना कहता है अच्छे दिन आने वाले हैं,
पर कभी-कभी तो सच्चाई छुप जाने वाले हैं।
कुछ ख्वाब उजड़ गए हैं, कुछ दरियाँ सूख गईं,
जिंदगी के पल तो गुज़र गए हैं, पर गुज़र गए हैं हम।
जब ख़त्म हो जाएंगे ज़माने के रंग,
तब भी मेरी दुनिया में होगी तेरी छाँव।
क्योंकि तू नहीं है सिर्फ़ एक इंसान,
तू ख़ुद मेरी ज़िंदगी का हो गया आधार।
Gulzar ki Shayari Hindi Me
आज बादलों की छाँव में छुपा चाँद है,
रात की शांति में छिपा शोर है।
अब ज़मीं और आसमां मिल गए हैं,
ख़्वाबों ने भी सपने तोड़ लिए हैं।
दिल के रस्ते में थे गंगा और यमुना,
तन्हाईयों के इश्क़ ने बना दिए ताजमहल।
मौत के बावजूद भी जिंदगी है यहाँ,
गमों की मेहफ़िल में ख़ुशियों का उफान है।
रात के अंधेरे में भी जगमगाती हैं चांदनी,
धूप में जलती हैं आशा की किरणें।
जीवन की उलझनों में भी हैं सुकून की बारिश,
गुलशन के फूलों में छुपी हैं ख़ुशबू की कहानी।
आज फिर उड़ गई हैं पंछियाँ उड़ते हुए,
आँखों के आगे दौड़ गई हैं रास्ते।
अब कहाँ हैं वो ख़्वाब, वो हवाओं का संगीत,
दिल में रहती हैं बस यादें, धुन में छिपी हँसी।
बारिश की बूंदों से निर्मित हैं ये कविता,
मिट्टी के संग पिघलती हैं ये भावनाएँ।
ज़िंदगी की नयी कहानी लिखती हैं ये अक्षर,
गुलज़ार की रचनाओं का हैं ये सफ़र।
Gulzar Shayari on Life
जिंदगी बहुत छोटी सी है, ये ख्वाबों का शहर तो देखिए,
कुछ लोग चलते रहते हैं, कुछ लोग सिर्फ खड़े हो जाते हैं।
आदतें अगर आदत बन जाएं, तो जिंदगी मुर्दा ज़ख्म बन जाती है,
कुछ यादें ख़रीद लेनी चाहिए, वरना यादों की कीमत अदा जाती है।
दिन का अंधकार ढलता है, रात भी आये और गुज़र जाए,
ज़िन्दगी का रंग बदलता है, पर दर्द हमेशा साथ ले जाए।
ज़िंदगी के दिन रंगीन होते हैं, जैसे रातों के सपने उजाले होते हैं,
बस मुसीबतों के बादल छिंट जाएं, खुशियों के सूरज साथ ले आएं।
ज़िंदगी के ख़्वाब छोटे होते हैं, पर ज़िंदगी बड़ी होती जाती है,
हर क़दम पे अलविदा कह जाती है, इसलिए हर दिन को ख़ास बनाती जाती है।
Gulzar Shayari on Love in 2 Line
इश्क़ के पन्नों पर ख़ामोश बारिश होती है,
जब बूंदों में भी तेरा ख़्वाब समाया होता है।
इश्क़ में तेरी आँखों को बसा दिया है मैंने,
जब से नज़रें जुदा हुईं, दिल धड़कने लगा।
प्यार दिल से जीता है, दिमाग़ से नहीं,
वो एहसास है जो कोई बयान नहीं कर सकता।
तेरे इश्क़ की रातों में चाँद गुम हो जाता है,
सपनों की दुनिया में ख़ुद ख़ुद को खो जाता है।
इश्क़ की आग में जल जाते हैं हज़ारों दिल,
जब दिल तेरे नाम से जुदा होकर रो जाता है।
Gulzar Shayari on Chand
चांद ने दीपक को छू लिया है,
रात रंगीन सा बना दिया है।
उसकी चमक में खो जाओगे तुम,
जब चांदनी से सुनहरी रातों में जाओगे तुम।
चांदनी रातों में चांद जगमगाता है,
सपनों की दुनिया को सजाता है।
दिल के हर कोने को जगा देता है,
इंसान को ख़्वाबों में उड़ा देता है।
चांदनी के इशारों पे चल पड़ो तुम,
चांद की ओर से आवाज़ आती है।
रात की राहों में चलते जाओ तुम,
चांद की मोहब्बत में खो जाते हैं हम।
चांदनी की रौशनी में खो जाओगे तुम,
चांद के संग जीना सिखा देगा।
रात के आँगन में खुद को खो जाओगे,
चांद की महक से भर जाएगा दिल को तेरा।
चांदनी की किरनों से रंगी है रातें,
चांद के साथ लिखी है कहानियाँ।
आँखों में उतरी हुई इंद्रधनुषी,
चांद के रंग में गढ़ी है कहानियाँ।
Motivational Gulzar Shayari
खुश रहना सीखो, अपनी ताकत को समझो,
हर उड़ान में उच्चताओं का ख्वाब समेटो।
जब अंधकार छाए, तो दीपक खुद जलाना,
आगे बढ़ो धीरे-धीरे, करो खुद को परखो।
अपनी आवाज़ उठाओ, नकाब उठाओ अपना,
जो रोके तुम्हें, वही तुम्हारी ताकत बना।
जहां तुम खड़े हो, वहां से चमक आये,
जब तुम खुद पर विश्वास रखो, तब जीत आये।
गिरते हैं तो भला, गिरकर उठने का दम तो देखो,
काले बादलों से बदले की तरह चमक तो देखो।
ताकतवर बनो तुम, चुनौतियों को गले लगाओ,
जिस तरह सूरज ने रोशनी को गले लगाया।
जीने की राह पर कुछ पाने की हो ख्वाहिश,
तो बहारों का ज़माना भी साथ लाएगा।
मुश्किलों के बादलों को छोड़ कर जाना है,
नयी उड़ान भरने, नया आगाज़ करने है।
ज़िंदगी की किताब में हर पन्ना बदलें,
हर ख्वाब नया देखो, नयी राह चलें।
आगे बढ़ो दृढ़ता से, हर इम्तिहान दो,
सपनों को पकड़ो, और अपनी ज़िन्दगी जियो।
Gulzar Shayari on Zindagi
ज़िंदगी की छांव में छिपे हुए रंग,
वक़्त के साथ धीरे-धीरे बदलते हैं।
चलती रहो जैसे की रेत के ग्राम,
किसी रोशनी में कभी न बदलते हैं।
ज़िंदगी की क़िताब में दर्द की एक कहानी,
खुशी की सबको ख़बर होती है।
रास्तों में कभी मिल जाए गुलिस्तानी,
वो बात ज़िंदगी की हर इक बयानी है।
ज़िंदगी के सवालों का हर एक जवाब,
छुपे हैं कहीं खुदी के खज़ाने में।
रंग-बिरंगे फूल बन के हैं सबसे अजब,
जो खिल जाते हैं मुस्कान की अनमोल में।
ज़िंदगी की बगियाँ हैं रंगीन बहुत,
वहाँ छिपा है दर्द और ख़ुशी का ख़ज़ाना।
जब खिल उठे फूल, लगे सब कुछ सही बहुत,
फिर ज़िंदगी लगे बहुत ही हकीक़त-ज़माना।
ज़िंदगी की क़िस्मत रास्ते बदल देती है,
अक्सर हौसले क़ायम रख के दिखलाती है।
हर मोड़ पे जब बदलती है मुसाफ़िर की रफ़्तार,
वक़्त को साथ ले जाती है वो अपनी कहानी सुनाती है।
Zindagi Gulzar Hai Shayari
ज़िंदगी गुलज़ार है, कितनी हसीन है ये बहार,
हर रोज़ अलग रंग में खिलते हैं ये प्यार।
दर्द के बीज़ भी इसे बांटते हैं हर जगह,
पर ज़िंदगी की खुशियों का होता है यही असर।
राहों में चलते चलते जीने की राह दिखाई,
ज़िंदगी के सफ़र में हमेशा चाहिए नई खुशियाँ।
दिल के कटोरों को तोड़ देने की बात नहीं,
आँखों में छलकते आंसू की खुशीयाँ जुदाई।
ज़िंदगी के हर मोड़ पर होती है इक नई कहानी,
दिल के हर अल्फ़ाज़ से ज़िंदगी लिखती जवानी।
गम के बादलों के पीछे छुपती है सूरज की किरण,
हर उड़ान में ज़िंदगी को पाती है ख़ुदरत की ख़ुशबूओं की पहचान।
खुद को खोये बिना हर सफ़र को चलो,
ज़िंदगी के रंगों में ख़ुद को ढलो।
हर लम्हे को अपने दिल के पास रखो,
ख़ुशियों को छूने की कोशिश करो, ये ज़िंदगी गुलज़ार है दोस्तों।
ज़िंदगी का सफ़र है ये, अनमोल और नया,
हर दिन के संग बदलती है ये जवानी।
चाहतों की उड़ान पर ख़ुद को छोड़ो मत,
ज़िंदगी की ख़ुशियाँ चुनो, खुद को बदलो मत।
Gulzar Sad Shayari
रास्ते मेरे खुशियों के खाक में मिले,
किताबें तेरे रंग बदल गईं,
बस मेरी ज़िंदगी दोहराने आयी है,
अब जीने के लिए दूसरे रंग तलाश रहा हूँ।
दिल मेरे एक पास होता है,
पर ख्वाहिशें दूसरे पास रहती हैं,
बेवफ़ाई ने खेला है इस दिल के साथ,
अब ख़यालात अकेले रहते हैं।
तेरी यादें आँधी बनकर आती हैं,
दिल को चीर कर जाती हैं,
तेरे ख्वाबों की छाया चली जाती हैं,
मेरी रौशनी जिस्म से खुद को छूटी हैं।
खुदा को मनाने के लिए बहुत रोते हैं,
दुआओं में अपनी जान गंवाते हैं,
जब तक ज़िंदगी है, बस अपनी आँखें खोलो,
बार-बार मौत को चुनाते हैं।
ये ज़िंदगी भी कितनी अजनबी हो गई,
रास्ते भूल गए, मंज़िलें गुम हो गईं,
आज भी तेरे ख्वाबों में उलझा हूँ,
पर अब खुद को ही खुदा समझने लगा हूँ।
Gulzar Shayari on Barish
बारिश की बूंदों से आग की तरह जल जाता है दिल,
चिढ़ जाते हैं रोम रोम में बहकर वो लम्हे खिल.
अल्फाज़ कम पड़ जाते हैं, और भावनाओं की बारिश होती है,
गुलज़ार की नज़्मों से, अजनबी ये दुनिया जीती है।
खुशबूओं की गोद में छिपी रंगीन बारिश गिरती है,
रिमझिम की आहट में रात की चादर ओढ़ती है।
हर बूंद बरसती है एक कहानी संग लायी है,
और ग़म की आहट से, रोज़ाना दिल गुज़रती है।
बारिश की बूँदें लगती हैं मेरे ख्वाबों के पत्तों पर,
जगमगाती हुई ये रौशनी सपनों को चांदनी देती है।
एक खिलौना हूँ रुठे हुए आसमान की इस रात में,
बारिश के रंगों से मैं अपनी रौशनी सेजती हूँ।
बारिश की बूंदों के साथ एक अलग सा सुर लगता है,
मौसम के जादू में दिल का ख्वाबूर घुल जाता है।
धुप और छाया के खेल में मैं खो जाता हूँ अक्सर,
गुलज़ार की नज़्मों के ज़रिए एक नया रंग बनता हूँ।
जब बारिश बरसती है, मेरी यादें संग नचती हैं,
धरती की गोद में फूलों की ग़ुलाबी खिलती हैं।
इश्क़ के गीत बंद हो जाते हैं, और बरसाती हैं बातें,
गुलज़ार की नज़्मों में ये दिल सब कुछ भुलाती है।
Gulzar Best Shayari
आज फिर दिल ने आवाज उठाई है,
ये इश्क की भाषा, जो सब समझाई है।
रात की तन्हाई में चांद ख़्वाबों में आया,
आँखों को आज फिर उनका दीदार दिलाया है।
आँसू उधर के आते हैं, और हम यहाँ बहते हैं,
दिल की बातें सुनाने, दर्द को बयां करते हैं।
राहगुज़रों की तरह छाँव में चलते हैं हम,
मोहब्बत के आयीने में खुद को तलाशते हैं।
ख़ुद अपनी हस्ती को दूसरों की मोहब्बत में बिखेर दिया,
रास्ते बदले, लोग बदले, पर दिल का रंग नहीं बदला।
जब तक ये सांसें चलेंगी, तब तक मोहब्बत करते रहेंगे,
गमों का सामां लेकर, मुस्कानों को जगाते रहेंगे।
तुझे देखा तो अचानक रूह में उतर आयी है,
तेरी आवाज़ से एक कहानी सुनायी है।
जब तू हंसता है, दिल मेरा भी हंसता है,
इस आसमान में हम एक साथ उड़ता है।
आँखों की गहराई में छुपी हुई बातें होती हैं,
दिल की गहराई में बसी हुई आरज़ू होती है।
अल्फ़ाज़ के जहाज़ से उड़कर कविता बनाता हूँ,
और तेरी यादों का सफ़र अपनी छांव में छिपाता हूँ।
Mohabbat Gulzar Shayari in 2 line
चांदनी रातों में खुदा से मोहब्बत की है,
ख्वाबों के परदे में तेरा चेहरा छुपा के रखी है।
जिन्दगी के सफर में मिले हैं हम तुझसे,
मेरी हर सांस में वफाओं की खुशबू समेटे रखी है।
आँखों में छुपी है मोहब्बत की कहानी,
होंठों पे अधूरे अल्फ़ाज़ रखे हुए हैं।
रात के साये में खो जाता है ज़माना,
मोहब्बत की बातों को रात की छांव में छिपाए रखी है।
ज़मीन के सितारों में बिखरा है इश्क़ का आस्मान,
तेरी खुशबू को अपने आप में बसाए रखी है।
Romantic Love Gulzar Shayari
जब तुम्हारे होंठों से हर अक्षर निकले,
दिल के सभी सवालों का जवाब मिले,
उसी लम्हे में थम जाए दुनिया,
जैसे तुम्हारी हर सांस में मेरी जान हो।
देखकर तेरी आँखों में प्यार की चमक,
दिल में बसा ये एहसास कम होने ना दूंगा,
हमारी जिंदगी में खुशियों की बौछार हो,
ये वादा तुझसे मैंने बहुत पहले ही किया है।
तेरी हर मुस्कान पे दिल ये गाता है,
तेरे हर ख्वाब में ये दिल बस जाता है,
तू मेरी जिंदगी की आधारशिला है,
तुझे पाकर ये दिल खुद को संपूर्ण समझता है।
मेरे दिल की धड़कन तू हो,
तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी सी हो,
तू जो मेरी आँखों में बसा है,
उसी आँखों में मैंने खुद को खो दिया है।
जब भी तेरे साथ बिताते हैं वक्त कोई,
दिल के सभी रास्ते नए लगते हैं,
तेरी बाहों में मिलती है राहत हमें,
ऐसी ज़िंदगी को हमने पहले कभी नहीं देखा है।
Gulzar Sahab Shayari
इश्क़ एक पेड़ है, उसकी जड़ेँ तोड़ दो,
फिर उसे छोड़ दो, उसे छोड़ दो।
शाख़ न बढ़े, तन न चढ़े, फूल कभी न खिलें,
वो एक अधूरी क़हानी है, उसे ख़त्म कर दो।
रास्ते भर भटकते रहेंगे हम,
बिखरे रंग उड़ाते रहेंगे हम।
कहानी भी बनी रहेगी, गुलशनों की तरह,
चाहे दूर रहेंगे हम, यादों में रहेंगे हम।
कुछ अधूरे ख़्वाब हैं यादों में बंद,
कुछ लफ़्ज़ हैं बे-निशां, बेहद सुरीले।
ज़िंदगी की चढ़ती धुन में भी,
इन छोटे-छोटे रागों में अद्भुत तराने हैं।
दिल की किताब में उम्रें बिता दी हमने,
ख्वाबों के सवेरे जगा दी हमने।
अब जब भी खोई हुई दुनिया मिली हमको,
तो हमने इंकलाब के आसमान सजा दी हमने।
ज़िंदगी की हर दस्तां में चुभती है उम्मीदें,
दर्द के साथ खुशी भी मिलती है यहाँ।
जब तक रहेगा ये रंग बिखरा हुआ,
तब तक चलती रहेगी ये कविताएँ बनी यहाँ।
Gulzar Shayari on Shaam
शाम आधी है, आसमान सीमित है,
सपनों की आंधी भी बहुत निर्मित है।
चांदनी की रात में चुपचाप बैठे हैं हम,
ये शाम कहाँ से आई, इसे पहचाना नहीं।
शाम बिछायी हुई अधूरी यादों की रात है,
उदासी छायी हुई ख्वाबों की बात है।
कोई चाहत की मुसाफिरी है यहाँ,
यादों के साथ आँखें भरी ज़रा साथ चलो।
शाम की रोशनी में बिखरी हुई है खुशियों की तारी,
ये चमकती हुई रात हमारे दिल की पुकारी।
दूरियाँ भरी हुई है चांदनी की धूल में,
बस एक दिल की धड़कन सुनाई दे मुझे।
शाम की छांव में छुपे हैं दर्द और अल्फाज़,
इन सिलसिले में ढलना है और चलना है रात भर।
इक आग बुझाने को चाहता है दिल,
शाम के अंधेरे में चमकता हुआ इक सितारा।
शाम की तन्हाई में गुम हैं हम,
राह जैसे कुछ तूफ़ानों से तर हैं हम।
दर्द की रातें जीना तो सीख गए हैं हम,
पर शाम की चाहत में उम्र बिताते हैं हम।
Gulzar Shayari on Raat
रात छाती से आगे चली जाती है,
दिखाए देर तक आसमां की शोभा को।
जब उठती है सितारों की छाँव,
आँखों में छाया लाती है रात की ख़ुशबू।
रात की सीने में उतर जाती है धूप,
उजली सी मंज़िलें खड़ी कर जाती हैं।
जब खिल उठते हैं तारे एक दूसरे के साथ,
ख्वाबों को आसमां में लिपटा जाती है रात।
रात जैसी कोई बात नहीं होती,
जब लहू भी तारों में लहराती होती है।
उठती है चाँदनी सितारों की मदहोश रात,
दिल को बेख़ौफ़ और होशियार बनाती है।
रात के पलकों में छुपी हुई सपनों की बारिश,
मन को भीगोती है और दिल को तराशती है।
जब आँधी चलती है तारों की राहों में,
ग़म को बहाती है और ख़्वाबों को पुकारती है।
रात आई है, चाँदनी बरसाने को,
सपनों की दुनिया में खो जाने को।
जब ढलती है रात और बजती है तारों की आवाज़,
खो जाता हूँ मैं खुद को और पाता हूँ रात को।
Shayari on Smile by Gulzar
दिल की चाहत और होंठों पर मुस्कान,
एक आदत है ये अद्वितीय महकता जहां।
छूने को दिल करे वो पुर्निमा के चाँद,
खिलखिलाती है उसकी मुस्कान आपके आँगन में।
हंसी की झलक बिछ गई ज़मीन पर,
बारिश के बाद की खुशबू के समान।
आपकी मुस्कान जगमगाती हैं सबको,
जैसे सूरज की किरणों में चमकता हर सांस।
चेहरे की खुशियों की चिड़िया है मुस्कान,
अन्धेरे में भी जगमगाती है जहां।
खो देती है गम की हर बादल की चादर,
बनती है खुशियों की मुहर ये प्यारी अदा।
चंदन सी खुशबू है मुस्कान की आँखों में,
बाँस के तार सी सुरीली है वो बात।
छुपे हुए सपनों को जगाती है वो,
आपकी मुस्कान की रौशनी में वो रात।
गुलाबों की खिलती हुई मुस्कान हो तुम,
प्यार की बारिश सा छांव हो तुम।
ज़िन्दगी को सजाने का एक तरीका हो तुम,
जब भी आती हैं मुसीबतें, तो बस हँसो तुम।
Ishq Shayari by Gulzar
इश्क़ की जुस्तजू ख्वाहिशों की बहकावट नहीं,
वो सिर्फ़ जुबां तक सिमटी हुई आवाज़ है।
एहसासों का महल है इश्क़, वो निगाहों की विशालता है,
जो अपने आप में एक पूरा जहां समेटी हुई है।
इश्क़ नहीं ज़माने की मस्ती है,
जो रगों में गुदगुदाती हुई मिलती है।
बातें अधूरी रह जाती हैं,
पर चाहतों की किस्मत हकीकत से आजमाती है।
इश्क़ आहिस्ता से उठने वाली आग है,
जो दिल की गहराइयों को जलाती है।
वो चिंगारी नहीं जो बड़ी हो जाए,
वो एक छोटी सी स्पर्श का अभिसार कर जाती है।
इश्क़ की राह बहुत ही कठिन होती है,
पर वो बदलते रंगों का आईना भी होती है।
जब रूह को मिलता है इश्क़ की सुकून की बारिश,
तो दिल की दुनिया में अमन की बगियां खिलती हैं।
इश्क़ की आग में जलने से कोई डर नहीं,
वो तो रोशनी की बहुत ही सी इच्छा होती है।
जब दर्द अपनी अल्फाज़ खो जाता है,
तो शायरी की रौशनी में आदा होती है।
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